यूँ सर्दियों में बारिश करवा कर क्यों लेते हो हमारी जान। यूँ सर्दियों में बारिश करवा कर क्यों लेते हो हमारी जान।
चाहे कंपकंपाती ठंड हो या फिर हो तेज धूप, चाहे कंपकंपाती ठंड हो या फिर हो तेज धूप,
आसमान गूंज उठा है मेघ की गर्जना से , सूरज छुप गया बदलो का सहारा लेकर! आसमान गूंज उठा है मेघ की गर्जना से , सूरज छुप गया बदलो का सहारा लेकर!
कुछ ऐसा पर्व होली का, हर पर्व में सबसे ख़ास है। कुछ ऐसा पर्व होली का, हर पर्व में सबसे ख़ास है।
हड्डियाँ हिलाती बदन कंपाती गर्मी की चाह मांगती बैठाकर रिक्से सवारी पहुंचाता उसके मंजिल तक खुद मं... हड्डियाँ हिलाती बदन कंपाती गर्मी की चाह मांगती बैठाकर रिक्से सवारी पहुंचाता उस...
इन लावारिसों की लाश देख क्यों नहीं ये दिल पसीज जाते शायद ये छोटी सी कोशिश किसी का जीवन बचा दे..... इन लावारिसों की लाश देख क्यों नहीं ये दिल पसीज जाते शायद ये छोटी सी कोशिश क...